तो ये कहानी एक रियल स्टोरी है मुंबई की एक जोड़ी की..जिनका नाम सोनिया और अरविंद है..आपको भी लग रहा होगा कि मैं कौन हूं तो आप सभी को ये बताना चाहूंगा कि इस कहानी का मैं एक किरदार हूं..
मेरा नाम है प्रेम है, वेसे मैं चंडीगढ़ से हूं लेकिन लंबे समय से मुंबई में नौकरी करता हूं..तो मैं कहानी पर आता हूं… तो एक दिन मुझे टिंडर के ऊपर एक प्रोफाइल मैच हुआ जिस पर लिखा हुआ था वह जोड़ा मौज-मस्ती की तलाश में था, उम्र 32/31
उस समय मेरी उम्र कुछ 27 साल के करीब होगी ये सब मेरे लिए नया था फिर भी मैंने चाहा कि बात करने में हर्ज ही क्या है…
हम दोनों प्रोफाइल का मैच हुआ, हम दोनों में बात हुई, अन्होने सिर्फ पिक्चर मांगे और मैंने भेज दी, उसके बाद मिलने की तारीख तय हुई 25 तारीख.
25 तारीख हम लोग बॉम्बे में लोखंडवाला के बैक रोड पे लव एंड लाते पे मिले, अरविंद और सोनिया टाइम पर ही पूछे थे, मैं पहले pahuch कर वहां कॉफी पी रहा था, जैसे ही मैंने सोनिया को देखा , दोस्तों us waqt मुझे केसा फील हुआ था उस वक्त, सोनिया स्काई ब्लू साड़ी में उसकी गुलाबी लिपस्टिक उसके आंखे उसके लंबे सीधे बाल मैं लफ्जों में बयां नहीं कर सकता था, कि वो क्या दिख रहे थे, संक्षेप में खुदा का केहर लग rahi the वो…
अरविंद भी दिखने में अच्छा ही था पर दोस्तों सोनिया का जवाब नहीं..मैंने दोनों के साथ हाथ मिलाया, हम लोग बैठे, मैंने अपने बारे में उन्हें बताया, उन्हें भी खुल कर अपने बारे में मुझे सब कुछ बताया की, वो भी अपनी सेक्स लाइफ को और अधिक मसालेदार बनाना चाहते हैं, तो वो नया रोमांच try करना चाहते हैं…or फिर भी बहुत सारी बातें हुई हमारे बीच में…लगभाग हम सब ने 2 घंटे साथ में रेस्ट्रो पे beth के टाइम स्पेंड किया था..खाया पिया साथ में…उसके बाद हम लोग अपने-अपने घर चले गए…
2 दिन बाद
मुझे शाम को फोन आया अरविंद का…अरविंद ने कहा ho..केसे ho आप..मैंने कहा अच्छा हूं मैं ..फिर अरविंद ने कहा कि अगर आप कल शाम को फ्री हैं तो हमारे घर डिनर पे आ सकता है क्या, मैंने कहा जरूर आउंगा..लेकिन मैंने पूछा लिया अरविंद को कि कोई विशेष कार्यक्रम है क्या…उन्होंने कहा कि बस इसे ही सोनिया ने कहा कि मिलते हैं…मैं तो सुन रहा हूं कि बहुत उत्साहित हूं कि सोनिया ने कहा है मिलने के लिए… फिर तो जरूर कोई बात है…
मैं अगले दिन 8 बजे घर पहुंचूंगा उनके..अरविंद का घर पवई में था लेक व्यू के अंदर जो कि बहुत ही पॉश सोसाइटी है…या उनका 3 बेडरूम का फ्लैट था जो कि बहुत ही खूबसूरत था.. हम बैठे सोनिया मेरे लिए पानी लेके आई….पर सच कहूँ दोस्तो …mein soniya ko देख के इतना उत्साहित था कि बस मेरे पानी नहीं छूटा दोस्तो….खेर हम सब बैठे संगीत का आनंद liya , किया खाना खाया बहुत सारी बातें भी….और बहुत मस्ती की… फिर हम सब डाइनिंग हॉल में आकर ठक कर बैठ गए….और सोनिया हमारे लिए नींबू पानी लेके आई….और जाकर अरविंद के साथ बैठ गए…फिर अरविंद ने कहा कि आपसे कुछ बात करनी है…मुझे थोड़ा डर लग गया कुछ गलती तो नहीं हो गई मेरे से… अरविंद ने कहा कि मैंने और सोनिया ने अभी तक कोई ऐसा साहसिक प्रयास नहीं किया है, लेकिन हम चाहते हैं कि हम दोनों आनंद लें और आप हमें देखें… मैंने भी कहा, निश्चित रूप से कोई समस्या नहीं है… फिर हम सब बेडरूम में चले गए उनका बेडरूम बड़ा ही अच्छा था वही मंद रोशनी बिस्तर भी बहुत बड़ा था मैं एक कोने पर बैठ गया…….
पहले सोनिया थोड़े शरमाई लेकिन फिर अरविंद ने बिस्तर पर ढका दे दिया या चुंबन शुरू कर दिया…ये सब देख के मुझे पता नहीं क्या होने लगा था दोस्तो मैं बात नहीं कर सकता….धीरे धीरे वो दोनों एक दूसरे में ही खोने लगे शायद वो भूल गए कि मैं भी यहां पर ही हूं…जैसे ही सोनिया की ब्रा को हटाया अरविंद ने…मुझे बतानहीं sakta कि उसके स्तन देख कर मैं पागल सा हो गया इतने बड़े गोलमटोल स्तन ब्राउन निप्पल और …….अरविंद उन्हें चूस रहा है और पैंटी में फिंगरिंग कर रहा था …मैं ये सब देख के पागल सा हो रहा था….अरविंद ने पैंटी हल्की से साइड में कर ली कर के सोनिया ने अंदर डाल दिया और dono सेक्स करने लगे..ये सब देख के मैं तो पागल हो चुका था मेरा भी मन हुआ कि मैं उनको जॉइन करु या फिर अपने उस्ताद को निकाल कर के प्यार करु पर दूसरे का घर होने की वजह से मैं ऐसा कुछ नहीं कर सका..थोड़े देर में अरविन्द का हो गया या सोनिया वॉशरूम में चले gai ,अरविन्द तौलिया लपेट कर बिस्तर पर लेट गया…कुछ देर में मैं सोनिया गाउन में आई…मुझे तो सोनिया गाउन में भी बहुत अच्छे लग रहे थे …. इस तरह से उन्होंने मेरे सामने 2-3 बार सेक्स किया…और फिर हम लोग बेथ कर के सेक्स की बातें भी करने लगें और या भी ज्यादा एक दूसरे के साथ आरामदायक hone lage…
फिर एक दिन अरविंद का फोन आया या उसने कहा कि आज रात को तुम आ सकते हो क्या..अब सोनिया ने बोला है कि प्रेम भी हमें शामिल कर सकता है..वो तैयार है, ये सुन के मेरे तो खुशी का ठिकाना ही ना रहा, मेरी सामान्य आवाज में अरविंद को बोला ठीक है मैं आता हूं आज..अरविंद ने कहा बड़ा मजा आएगा सब साथ में सेक्स करेंगे टाइम पर आ जाना प्रेम..मैंने कहा ठीक है….. और फिर मुझे शाम को बुलाया तो सोनिया ने गेट खोला और मुझे गले लगाया और हाथ पकड़ के अंदर लेकर आई और सोफ़े पर बिठाया मुझे…..और फिर हुआ असली गेम की शुरुआत………………..
अगर दोस्तो आप इस कहानी का दूसरा भाग देखना चाहते हैं तो कृपया हमें कमेंट करें…
आप लोगों को धन्यवाद